Bhagwat gita Description
भगवत गीता एक धार्मिक ग्रंथ है जिसे प्राचीन भारत में पहली या दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व के किसी अज्ञात लेखक ने लिखा है। इसका शीर्षक "ईश्वर का गीत" के रूप में अनुवाद होता है, और इस पाठ में 700 श्लोक हैं, जो हिन्दू धर्म के प्रकृति का पता लगाते हैं। गीता महाभारत का हिस्सा है, जो भारत के दो प्राचीन महाकाव्यों में से एक है, लेकिन इसे कई बार स्वतंत्र कृति के रूप में माना और पढ़ा जाता है।
कथा में, प्रिंस अर्जुन और परमेश्वर कृष्ण के बीच हुए संवाद को प्रस्तुत किया गया है, जो मनुष्य के स्वरूप में प्रकट हुए हैं, और प्रिंस के सारथी (रथ-चालक) और सलाहकार के काम करते हैं।
अर्जुन, पाण्डवों के सेनापति, कुरुक्षेत्र में होने वाले महायुद्ध में सम्मिलित होने को समर्थन करने से पहले, समने समने सेना में पहचानने की कला में महिर होते हुए, समने समने सेना में पहचानने की कला में महिर होते हुए, समने समने सेना में पहचानने की कला में महिर होते हुए, समने समने सेना में पहचानने की कला में महिर होते हुए, समने समने
कथा में, प्रिंस अर्जुन और परमेश्वर कृष्ण के बीच हुए संवाद को प्रस्तुत किया गया है, जो मनुष्य के स्वरूप में प्रकट हुए हैं, और प्रिंस के सारथी (रथ-चालक) और सलाहकार के काम करते हैं।
अर्जुन, पाण्डवों के सेनापति, कुरुक्षेत्र में होने वाले महायुद्ध में सम्मिलित होने को समर्थन करने से पहले, समने समने सेना में पहचानने की कला में महिर होते हुए, समने समने सेना में पहचानने की कला में महिर होते हुए, समने समने सेना में पहचानने की कला में महिर होते हुए, समने समने सेना में पहचानने की कला में महिर होते हुए, समने समने
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