श्री सुदर्शन कवचम Description
Lord Sudarshana is the chief deity of this App who uses his mighty weapon “Chakra” to grant immediate relief to the sufferings of his devotees. His grace will help to abolish your sins. Lord Sudarshana/Narayana is considered as the first step to be adopted in the concept of realization of God.
राज दरबार मेँ विजय दिलाने वाले इस सुदर्शन चक्र के सत्रह श्लोकों को चक्राकार यंत्र मेँ लिखकर अपने पास रखने से सब प्रकार का भय दूर हो जाता है ।इस यंत्र का श्रद्धा पूर्वक हमेशा पाठ करने से वंश की वृद्धि होती है , एवं इसे सुनने वाले को भी यह यंत्र फल देने वाला है ।
सुदर्शन-महा-मन्त्रो, लभते जय-मंगलम्।।
‘गरुड़-पुराण’ में ‘सुदर्शन-चक्र’ का महत्त्व बताया गया है और इसकी पूजा-विधि दी गई है। ‘श्रीमद्-भागवत’ में ‘सुदर्शन-चक्र’ की स्तुति इस प्रकार की गई है- ‘हे सुदर्शन! आपका आकार चक्र की तरह है। आपके किनारे का भाग प्रलय-कालीन अग्नि के समान अत्यन्त तीव्र है। आप भगवान् विष्णु की प्रेरणा से सभी ओर घूमते हैं। जिस प्रकार अग्नि वायु की सहायता से शुष्क तृण को जला डालती है, उसी प्रकार आप हमारी शत्रु-सेना को तत्काल जला दीजिए।’.
राज दरबार मेँ विजय दिलाने वाले इस सुदर्शन चक्र के सत्रह श्लोकों को चक्राकार यंत्र मेँ लिखकर अपने पास रखने से सब प्रकार का भय दूर हो जाता है ।इस यंत्र का श्रद्धा पूर्वक हमेशा पाठ करने से वंश की वृद्धि होती है , एवं इसे सुनने वाले को भी यह यंत्र फल देने वाला है ।
सुदर्शन-महा-मन्त्रो, लभते जय-मंगलम्।।
‘गरुड़-पुराण’ में ‘सुदर्शन-चक्र’ का महत्त्व बताया गया है और इसकी पूजा-विधि दी गई है। ‘श्रीमद्-भागवत’ में ‘सुदर्शन-चक्र’ की स्तुति इस प्रकार की गई है- ‘हे सुदर्शन! आपका आकार चक्र की तरह है। आपके किनारे का भाग प्रलय-कालीन अग्नि के समान अत्यन्त तीव्र है। आप भगवान् विष्णु की प्रेरणा से सभी ओर घूमते हैं। जिस प्रकार अग्नि वायु की सहायता से शुष्क तृण को जला डालती है, उसी प्रकार आप हमारी शत्रु-सेना को तत्काल जला दीजिए।’.
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